बेखौफ : बहडाला में स्वच्छता अभियान की उड़ाई गई धज्जियां
ज्योति लाल बग्गा। ऊना : जिले में प्लास्टिक मुक्त अभियान को लेकर जहां प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है और जागरूकता अभियान चलाए हुए है, वहीं दूसरी ओर विवाह शादियों में थर्मोकोल प्लेट्स का जमकर उपयोग हो रहा है। शादी समारोह में थर्मोकोल का प्रयोग करने के बाद इसे खुले में फेंका जा रहा है, जो की बीमारियों को भी न्योता दे रहा है।
बता दें कि इन दिनों शादियों का सीजन चला हुआ है। जिसमें थर्मोकोल का उपयोग जमकर किया जा रहा है। ऐसा ही मामला बहडाला के अंबेडकर भवन में देखने को मिला, जहां शादी समारोह में थर्मोकोल का प्रयोग किया गया। समारोह के उपरांत थर्मोकोल को डस्टबीन में डालने के बजाय खुले में ही भवन के आस पास फेंका गया हैं, जिससे बीमारियों का खतरा भी पैदा हो सकता है।
भवन के साथ ही एक पशुशाला भी है, जिससे उनको भी बीमारी का खतरा हो सकता है। भले ही भवन के प्रधान द्वारा किसी तरह के भी प्रतिबंधित वस्तुओं का प्रयोग न करने की बात आयोजकों को कही थी, लेकिन थर्मोकोल व प्लास्टिक का प्रयोग होना प्लास्टिक मुक्त अभियान को चुनौती दे रहा है। अंबेडकर भवन के प्रधान ओंकार बग्गा का कहना है कि शादियों के लिए जब भवन बुक किया जाता है, तो हिदायत दी जाती है किसी भी तरह की प्रतिबंधित वस्तु का उपयोग न किया जाए। उन्होंने कहा कि भवन के बाहर इसका बोर्ड भी लगा दिया जाएगा और आस-पास फेंकी गई प्लेट्स को हटा दिया जाएगा।
क्या कहती हैं पंचायत प्रधान
ग्राम पंचायत बहड़ाला की प्रधान सोनिया राणा का कहना है कि इसके बारे में जानकारी मिली है। समय-समय पर गांव में प्लास्टिक के प्रतिबंध के बारे जागरूक किया जा रहा है। गांधी जयंती को ग्राम सभा में सभी वार्ड सदस्यों और लोगों को हाथ से बने कपड़े के बैग इस्तेमाल करने को कहा गया है। वहीं वार्ड सदस्यों से आग्रह किया गया कि अपने-अपने वार्ड में ग्रामीणों को थर्मोकोल का उपयोग न करने के बारे में बताया जाए।
विवाह-शादियों में थर्मोकोल का प्रयोग न हो, इसके लिए भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए बकायदा कैटरिंग को बुलाकर थर्मोकोल प्रयोग न करने के निर्देश दिए जा रहे है। यदि फिर भी इसका प्रयोग बंद न हुआ, तो विशेष प्लानिंग की जाएगी। -संदीप कुमार, डीसी ऊना