विशाखापत्तनम : मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा ने सुबह के सत्र में दक्षिण अफ्रीका के मध्यक्रम को ध्वस्त किया जिससे भारत पहले क्रिकेट टेस्ट में पांचवें और अंतिम दिन रविवार को यहां लंच तक जीत की दहलीज पर पहुंच गया।
भारत के 395 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका द्वारा पहली पारी की तरह कड़ी टक्कर देने की उम्मीद थी लेकिन शमी ने तीन व जडेजा ने चार विकेट चटकाकर भारत को जीत के बेहद करीब पहुंचा दिया है। दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत एक विकेट पर 11 रन से की लेकिन लंच तक उसका स्कोर आठ विकेट पर 117 रन हो गया। लंच के समय सेनुरान मुथुस्वामी 19 जबकि डेन पीट 32 रन बनाकर खेल रहे थे। सुबह के सत्र में 15 मिनट का इजाफा किया गया जिससे कि भारत जीत की औपचारिकता पूरी कर सके लेकिन पीट और मुथुस्वामी ने मेजबान टीम को निराश किया।
पहले चार दिन बल्लेबाजों को पिच के कारण अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन पांचवें दिन गेंदबाज हावी रहे। स्पिनर गेंद को तेजी से टर्न कराने में सफल रहे जबकि तेज गेंदबाजों को असमान उछाल से फायदा मिला। रविचंद्रन अश्विन ने दिन के दूसरे ओवर में ही थ्यूनिस डि ब्रून (10) को बोल्ड करके सबसे तेज 350 टेस्ट विकेट के श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के रिकार्ड की बराबरी की। इन दोनों ही स्पिनरों ने अपने 66वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की।
शमी ने इसके बाद तेंबा बावुमा (00), दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस (13) और पहली पारी में शतक जडऩे वाले क्विंटन डिकाक (00) को बोल्ड करके दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ दी। बावुमा कम उछाल के साथ तेजी से अंदर आती गेंद को क्रीज में पीछे होकर खेलने के प्रयास में चूक गए जबकि डुप्लेसिस ने अंदर आती गेंद पर शाट नहीं खेलने का फैसला किया और अपना आफ स्टंप गंवा बैठे। शमी ने इसके बाद इनस्विंगर पर डिकाक को बोल्ड करके दक्षिण अफ्रीका का स्कोर पांच विकेट पर 60 रन किया।
जडेजा ने पारी के 27वें ओवर में सलामी बल्लेबाज ऐडन मार्कराम (39), वर्नन फिलेंडर (00) और केशव महाराज (00) को पवेलियन भेजा।
मार्कराम ने जडेजा को उन्हीं की गेंद पर वापस कैच थमाया जबकि फिलेंडर और महाराज को बाएं हाथ के इस स्पिनर ने लगातार गेंदों पर पगबाधा किया। पीट और मुथुस्वामी ने हालांकि इसके बाद लंच तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। पीट ने जडेजा पर डीप मिडविकेट के ऊपर से मैच का 37वां छक्का मारा जिससे टेस्ट मैच में सर्वाधिक छक्कों का नया रिकार्ड बना।