हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूल खुलने के पहले दिन केवल 35 से 40 फीसदी छात्र ही स्कूल पहुंचे। सोमवार से ग्रीष्मकालीन स्कूलों में पांचवीं व आठवीं से 12वीं की नियमित कक्षाएं शुरू कर दी गईं, लेकिन ओवरऑल छात्रों की संख्या स्कूलों में 50 फीसदी से कम ही रही। बोर्ड कक्षाओं के छात्र भी इस दौरान कम ही पहुंचे।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 12वीं कक्षा में 45 से 50 फीसदी छात्र स्कूल पहुंचे। इसमें भी विज्ञान संकाय के छात्रों की ही अधिक संख्या रही। इसके अतिरिक्त अन्य कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति 35 से 40 फीसदी रही। इस आंकड़े से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना महामारी का डर अब भी छात्रों में है। जिला मंडी के सरकाघाट स्कूल में कोरोना पॉजिटिव मामला आने के बाद छात्र स्कूल आने में कतरा रहे है।
प्रदेश के सरकारी स्कूल दोबारा खोले गए हैं, लेकिन अभी भी छात्रों की संख्या स्कूल में कम है। हालांकि कोरोना महामारी को लेकर जारी एसओपी के तहत स्कूल में दो सत्र में आयोजित की जा रही है। सोश्ल डिस्टेसिंग और थर्मल स्कैनिंग के बाद छात्रों को प्रवेश दिया जा रहा है। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल भी रखा जा रहा है। गौर रहे कि बोर्ड कक्षाओं के मददेनजर छात्रों और अभिभावकों की ओर से स्कूल खोलने का सुझाव दिया गया था, ताकि छात्र कक्षाओं में अपनी शंकाओं को दूर कर सके।
इसके तहत सरकार ने भी एसओपी के तहत पांचवी और आठवीं से 12वीं कक्षाओं को नियमित तौर पर शुरू करने के आदेश दिए थे, लेकिन मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में कोरोना पॉजिटिव मामला आने के बाद दोबारा छात्रों में इसका डर है। हालांकि शिक्षा विभाग ने जिला मंडी के सरकाघाट उपमंडल के सभी स्कूलों को 7 फरवरी तक बंद किया है। इसके अलावा सभी स्कूलों के लिए ये आदेश हैं, जिनमें जुखाम व बुखार के लक्षण हैं, वह स्कूल नहीं आएंगे।
रोजाना लिया जाएगा स्कूलों से फीडबैक
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि रोजाना स्कूलों से फीडबैक लिया जाएगा। इसमें सभी स्कूल किस तरह एसओपी का पालन कर रहे हैं उनके रोजाना फोटोग्राफ भेजने के लिए कहा जा रहा है। स्कूलों की रेंडमली मॉनिटरिंग भी की जाएगी। जिन स्कूलों में शिक्षक कोविड पॉजिटीव आए हैं, वहां पर टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को कोविड टेस्ट करवाना होगा।
प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में पहले दिन 35 से 40 फीसदी छात्र पहुंचे हैं। आने वाले दिनों में स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी।
-डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक उच्चतर शिक्षा